दिल्ली. भारतीय हैलीकॉप्टर के पाकिस्तानी सीमा में घुसने के मामले में अचानक उस समय एक नया मोड़ आ गया, जब भारतीय सेना ने खुलासा किया कि पाक अधिकृत कश्मीर में पाकिस्तानी नहीं, बल्कि चीनी सैनिकों ने उनके हैलीकॉप्टर की आपात लैंडिंग करवाई थी।
गौरतलब है कि अब तक यही समझा जा रहा था कि भारतीय हैलीकॉप्टर ‘चीता’ खराब मौसम की वजह से पाकिस्तान में घुस गया था और पाकिस्तानी सेना ने परिपक्वता दिखाते हुए मामले को ज़्यादा तूल नहीं दिया और हैलीकॉप्टर को वापिस भारत आने दिया।
दिल्ली में पत्रकारों से बात करते हुए वायुसेना प्रमुख एनएके ब्राउन ने कहा कि आज की घटना ने वाकई ये साबित कर दिया कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में चीनी सैनिक मौजूद हैं।बकौल ब्राउन, दरअसल भारतीय हैलीकॉप्टर ‘चीता’ रास्ता भटककर पाकिस्तानी कश्मीर में नहीं गया था बल्कि ये पता लगाने के लिए कि वहां पर चीनी सैनिक है या नहीं, हमने जानबूझकर भारतीय हैलीकॉप्टर को वहां भेजा था। हमें अच्छे से पता था कि अगर वहां चीनी सैनिक होंगे तो हमें देखकर वो ज़रूर नीचे आने को कहेंगे और नहीं होंगे, तो हम वापिस आ जाएंगे, वैसे ही जैसे पिछले साठ सालों से आते रहे हैं।
और आज भी यही हुआ। तभी तो एलओसी पर जहां सिर्फ पाकिस्तानी फौजी मौजूद हैं, हमें किसी ने नहीं रोका लेकिन जैसे ही हम पाक सीमा से बीस-पच्चीस किलोमीटर अंदर आए, जहां चीनी सैनिक मौजूद थे, उन्होंने हमें रोक लिया। और यही हमें पता लगाना था कि पीओके के अंदर चीनी सैनिक हैं या नहीं।
रही ये बात कि पाकिस्तानी फौज कितनी काबिल है, वो तो 71 के युद्ध से लेकर एबटाबाद जैसी घटनाओं तक हम कई बार देख चुके हैं। आरामपरस्ती और मक्कारी के अलावा उन्हें कुछ काम नहीं। यहां तक कि आज भी जब चीनी सैनिक हमारे फौजियों को पकड़कर पाकिस्तानी अफसरों के पास लेकर गए तो वो सभी टीवी पर ‘रा वन’ की पाइरेटिड डीवीडी देख रहे थे।
श्री ब्राउन ने आगे कहा कि पाक फौज भले ही भारतीय हैलीकॉप्टर को जाने देने के लिए दुनियाभर में वाहवाही लूट रही है मगर हकीकत तो ये है कि उन्होंने हमारे फौजियों को यूं ही नहीं आने दिया।
उन्होंने न सिर्फ हमारे फौजियों से नगदी और सोने की चैनें लूट ली, एक पाकिस्तानी फौजी ने तो ज़ुकाम से पीड़ित भारतीय पायलट का विक्स इनहेलर तक झीन लिया। जब पायलट ने कहा कि किसी दूसरे का विक्स इनहेलर यूज़ नहीं करते एलर्जी हो जाती है तो पाकिस्तानी फौजी ने तपाक से कहा कि जब मुझे चीनी फौजियों की मैली जुराबें और अंडरवियर पहनने से आज तक कुछ नहीं हुआ तो इससे क्या होगा। वैसे भी हम पाकिस्तानियों को दूसरे की किसी चीज़ से कोई एलर्जी नहीं होती! आतंकवाद के अलावा हम हर चीज़ दूसरे की ही इस्तेमाल करते हैं।
अंत में श्री ब्राउन ने सबसे बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि मीडिया में तो ये ख़बर आई कि भारतीय हैलीकॉप्टर सही-सलामत अपनी सीमा में लौट आया है जबकि हकीकत ये है कि भारतीय फौजी सड़क के रास्ते मुजफराबाद से श्रीनगर होते हुए सेब के एक ट्रक में बैठकर आए हैं। पाकिस्तानी अफसरों ने हमारा हैलीकॉप्टर ये कहते हुए रख लिया कि तुम क्या करोगे इसे ले जाकर, इसके बदले हम तीन नए चीनी हैलीकॉप्टर खरीद लेंगे!
दिग्विजय सिंह का मशवरा
एक तरफ वायुसेना अध्यक्ष के इन तमाम खुलासों के बाद भारतीय राजनीति में भूचाल आ गया है वहीं कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह का कहना है कि भारतीय सैनिकों को लौटाकर पाकिस्तान ने हम पर बहुत बड़ा अहसान किया हैं।
दिग्विजय सिंह के मुताबिक भारतीय फौजियों को भेजकर पाकिस्तान ने दोस्ती का हाथ बढ़ाया है। अब गेंद भारत के पाले में है। हमें भी भारतीय फौजियों के बदले पाकिस्तानी कैदी अजमल आमिर कसाब को उन्हें सौंप देना चाहिए! आख़िर इज़राइल जब एक फौजी के बदले 1027 फिलिस्तीनी कैदी छोड़ सकता है तो हम अपने 4 सैनिकों के बदले एक पाकिस्तानी कैदी को क्यों नहीं छोड़ सकते। ये कहते-कहते दिग्विजय सिंह भावुक हो गए और उनकी आंख से आंसू छलक आए।
SOURCE--faking newz
गौरतलब है कि अब तक यही समझा जा रहा था कि भारतीय हैलीकॉप्टर ‘चीता’ खराब मौसम की वजह से पाकिस्तान में घुस गया था और पाकिस्तानी सेना ने परिपक्वता दिखाते हुए मामले को ज़्यादा तूल नहीं दिया और हैलीकॉप्टर को वापिस भारत आने दिया।
दिल्ली में पत्रकारों से बात करते हुए वायुसेना प्रमुख एनएके ब्राउन ने कहा कि आज की घटना ने वाकई ये साबित कर दिया कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में चीनी सैनिक मौजूद हैं।
और आज भी यही हुआ। तभी तो एलओसी पर जहां सिर्फ पाकिस्तानी फौजी मौजूद हैं, हमें किसी ने नहीं रोका लेकिन जैसे ही हम पाक सीमा से बीस-पच्चीस किलोमीटर अंदर आए, जहां चीनी सैनिक मौजूद थे, उन्होंने हमें रोक लिया। और यही हमें पता लगाना था कि पीओके के अंदर चीनी सैनिक हैं या नहीं।
रही ये बात कि पाकिस्तानी फौज कितनी काबिल है, वो तो 71 के युद्ध से लेकर एबटाबाद जैसी घटनाओं तक हम कई बार देख चुके हैं। आरामपरस्ती और मक्कारी के अलावा उन्हें कुछ काम नहीं। यहां तक कि आज भी जब चीनी सैनिक हमारे फौजियों को पकड़कर पाकिस्तानी अफसरों के पास लेकर गए तो वो सभी टीवी पर ‘रा वन’ की पाइरेटिड डीवीडी देख रहे थे।
श्री ब्राउन ने आगे कहा कि पाक फौज भले ही भारतीय हैलीकॉप्टर को जाने देने के लिए दुनियाभर में वाहवाही लूट रही है मगर हकीकत तो ये है कि उन्होंने हमारे फौजियों को यूं ही नहीं आने दिया।
उन्होंने न सिर्फ हमारे फौजियों से नगदी और सोने की चैनें लूट ली, एक पाकिस्तानी फौजी ने तो ज़ुकाम से पीड़ित भारतीय पायलट का विक्स इनहेलर तक झीन लिया। जब पायलट ने कहा कि किसी दूसरे का विक्स इनहेलर यूज़ नहीं करते एलर्जी हो जाती है तो पाकिस्तानी फौजी ने तपाक से कहा कि जब मुझे चीनी फौजियों की मैली जुराबें और अंडरवियर पहनने से आज तक कुछ नहीं हुआ तो इससे क्या होगा। वैसे भी हम पाकिस्तानियों को दूसरे की किसी चीज़ से कोई एलर्जी नहीं होती! आतंकवाद के अलावा हम हर चीज़ दूसरे की ही इस्तेमाल करते हैं।
अंत में श्री ब्राउन ने सबसे बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि मीडिया में तो ये ख़बर आई कि भारतीय हैलीकॉप्टर सही-सलामत अपनी सीमा में लौट आया है जबकि हकीकत ये है कि भारतीय फौजी सड़क के रास्ते मुजफराबाद से श्रीनगर होते हुए सेब के एक ट्रक में बैठकर आए हैं। पाकिस्तानी अफसरों ने हमारा हैलीकॉप्टर ये कहते हुए रख लिया कि तुम क्या करोगे इसे ले जाकर, इसके बदले हम तीन नए चीनी हैलीकॉप्टर खरीद लेंगे!
दिग्विजय सिंह का मशवरा
एक तरफ वायुसेना अध्यक्ष के इन तमाम खुलासों के बाद भारतीय राजनीति में भूचाल आ गया है वहीं कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह का कहना है कि भारतीय सैनिकों को लौटाकर पाकिस्तान ने हम पर बहुत बड़ा अहसान किया हैं।
दिग्विजय सिंह के मुताबिक भारतीय फौजियों को भेजकर पाकिस्तान ने दोस्ती का हाथ बढ़ाया है। अब गेंद भारत के पाले में है। हमें भी भारतीय फौजियों के बदले पाकिस्तानी कैदी अजमल आमिर कसाब को उन्हें सौंप देना चाहिए! आख़िर इज़राइल जब एक फौजी के बदले 1027 फिलिस्तीनी कैदी छोड़ सकता है तो हम अपने 4 सैनिकों के बदले एक पाकिस्तानी कैदी को क्यों नहीं छोड़ सकते। ये कहते-कहते दिग्विजय सिंह भावुक हो गए और उनकी आंख से आंसू छलक आए।
SOURCE--faking newz